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स्कूल की लडकियाँ सुबह पढने जाती हैं लडकियाँ जाने क्या बतियाती हैं आपस में कभी खत्म नहीं होतीं उनकी बातें सडक हो बाजार हो या उनकी कक्षा निकलती हैं झुण्ड में माँ ने सिखाया है – कभी अकेली मत रहना मुस्काती हैं बात-बेबात कलियों की तरह खिले होते हैं उनके चेहरे और दोपहर छुट्टी के समय मानो लहराता है नीली-हरी-लाल वर्दीवाली लडकियों का महासमुद्र निकलती हैं सडक पर एक साथ खेलती-बतियाती अठखेलियाँ करती अल्हड लहरों सी चलती हैं झूमती बस्ता लादे सडकें जाम हो जाती हैं थोडी देर को दोनो पाली में चलते हैं दिल्ली के सरकारी स्कूल स्कूलों के गेट पर होती है ऐसी ही गहमागहमी तनिक देर के लिए फैल जाती है रोज उनकी हरी नीली लाल वर्दी की आभा चारो ओर सडक पर दूसरी पाली मे पढने वाले लडके खडे होते हैं गेट पर भीड मे घुसने को आतुर मुस्काते लपकते बढते हजारों किशोर छू ही लेना चाहते हैं – किसी का हाथ किसी का दुपट्टा या फिर कुछ और करते हैं धक्कामुक्की भीतर घुसने की हडबडी के बहाने लडकियाँ मुस्काती हैं लडकों के बेसबरेपन पर और चली जाती हैं चुपचाप
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मंडल के छात्र शैक्षणिक भ्रमण पर इस बार फरवरी-21,22,23,को उ.पू.मंडल के नि:शक्त छात्रो और उनके मित्र एकसाथ शैक्षणिक भ्रमण पर ले जाये गये। दिल्ली मे ही रह रहे कुछ बच्चो ने तो दिल्ली स्थित बालभवन पहली बार देखा।इस यात्रा में उन्हे राजघाट पर स्थित बापू की समाधि के भी दर्शन कराये गये।चिल्ड्रेन पार्क और इंडिया गेट गये।इस यात्रा मे उनके अध्यापक और वालिंटियर भी साथ रहे।कुछ झलकियाँ-
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सर्वशिक्षा अभियान के सौजन्य से आयोजित दो दिवसीय आकलन शिविर (24-1-2012) तथा (28-1-2012) शिक्षा निदेशालय -उत्तर पूर्व मंडल के सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयो मे (कक्षा 1से 8) पढ रहे नि:शक्त बच्चो की आवश्यकताओ का आकलन। इस कार्यक्रम मे उपशिक्षा निदेशक श्री आर.एन.शर्मा,क्षेत्र 5 के शिक्षा अधिकारी डाँ.एम.एस.मधोल,स्टेट कोआर्डीनेटर – डाँ.सुरेन्द्र कुमार शर्मा तथा स्टेट कोआर्डीनेटर -राजेन्द्र खन्ना के अतिरिक्त क्षेत्र 5 की खेल पर्यवेक्षक श्रीमती मंजू सक्सेना आदि ने भाग लिया। इस शिविर मे नगर निगम के 205 तथा शिक्षा निदेशालय के 278 छात्रो की आवश्यकताओ का चिकित्सको द्वारा आकलन किया गया। मंडल के सभी अधिकारी-सभी क्षेत्रीय समंवयक,संसाधन शिक्षको,वालिंटियर्स आदि ने उत्साह पूर्वक भाग लिया। (24-1-2012) दिल्ली नगर निगम शाहदरा नार्थ की पाठशालाओ मे पढ रहे नि:शक्त बच्चो की आवश्यकताओ का आकलन।